उत्तर प्रदेश सरकार

जनसुनवाई समाधान: एक संपूर्ण मार्गदर्शिका

परिचय

जनसुनवाई समाधान एक महत्वपूर्ण सरकारी प्रक्रिया है, जो नागरिकों को उनके मुद्दों, समस्याओं और सुझावों को सीधे सरकार तक पहुँचाने का अवसर प्रदान करती है। इस प्रणाली के माध्यम से, सरकारें अपने प्रशासनिक कार्यों को बेहतर बनाने, नागरिकों की समस्याओं को हल करने, और सामाजिक सेवाओं को सुधारने का प्रयास करती हैं। जनसुनवाई के तहत, नागरिक किसी भी सरकारी अधिकारी या विभाग को अपनी शिकायतें, समस्याएँ, या सुझाव दे सकते हैं। यह प्रणाली पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देती है।

जनसुनवाई का उद्देश्य

जनसुनवाई समाधान का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को सीधे सरकार के साथ संवाद स्थापित करने का एक मंच प्रदान करना है। इसके जरिए:

  1. सार्वजनिक समस्याओं को उजागर किया जाता है: जनसुनवाई के माध्यम से, लोगों की समस्याओं को सरकार के सामने लाया जाता है, जो सामान्यत: प्रशासनिक प्रक्रियाओं में छुपी रहती हैं।
  2. सरकारी कार्यों की पारदर्शिता बढ़ती है: इस प्रक्रिया के जरिए सरकारी अधिकारी और विभाग अपने कार्यों के प्रति जिम्मेदार और जवाबदेह बनते हैं।
  3. नागरिकों को समाधान मिलता है: जनसुनवाई के दौरान उठाए गए मुद्दों का समाधान निकालने के लिए तत्काल कदम उठाए जाते हैं।
  4. सरकारी नीतियों में सुधार होता है: नागरिकों के फीडबैक के आधार पर सरकारी नीतियों में सुधार किया जा सकता है।

जनसुनवाई की विशेषताएँ

  1. सुलभता: जनसुनवाई प्रणाली ऑनलाइन उपलब्ध होती है, जिससे नागरिकों को किसी भी समय और किसी भी स्थान से अपनी समस्याएँ प्रस्तुत करने की सुविधा मिलती है।
  2. ट्रैकिंग सिस्टम: नागरिक अपने मुद्दों की स्थिति को ट्रैक कर सकते हैं और यह देख सकते हैं कि उनकी शिकायत पर क्या कार्यवाही की जा रही है।
  3. अधिकारी से सीधा संवाद: जनसुनवाई के माध्यम से, नागरिक सीधे सरकारी अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं और उन्हें अपनी समस्याओं के समाधान के लिए अनुरोध भेज सकते हैं।
  4. समयसीमा: जनसुनवाई प्रक्रिया में समयसीमा निर्धारित होती है, जिसके तहत शिकायतों का समाधान किया जाता है।
  5. फीडबैक और रिपोर्टिंग: नागरिकों को उनके द्वारा दर्ज की गई समस्याओं की स्थिति के बारे में नियमित फीडबैक प्राप्त होता है, और समस्या के समाधान की रिपोर्ट भी उपलब्ध कराई जाती है।

जनसुनवाई की प्रक्रिया

जनसुनवाई की प्रक्रिया निम्नलिखित चरणों में विभाजित की जा सकती है:

1. समस्या की पहचान: सबसे पहले, नागरिकों को अपनी समस्या या शिकायत को पहचानना और स्पष्ट करना होता है।

2. प्रस्तावना: नागरिक अपनी समस्या या सुझाव को जनसुनवाई के लिए प्रस्तुत करते हैं। यह ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीकों से किया जा सकता है।

3. रजिस्ट्रेशन और लॉगिन: जनसुनवाई पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन और लॉगिन करने की आवश्यकता होती है।

4. प्रस्तावना की समीक्षा: प्रस्तावित शिकायत या सुझाव की समीक्षा की जाती है और उचित विभाग को भेजा जाता है।

5. कार्रवाई: संबंधित विभाग या अधिकारी शिकायत पर कार्रवाई करते हैं और समाधान का प्रयास करते हैं।

6. फीडबैक: समस्या के समाधान के बाद नागरिक को फीडबैक प्रदान किया जाता है, जिसमें समस्या का समाधान या स्थिति की जानकारी होती है।

रजिस्ट्रेशन और लॉगिन

जनसुनवाई प्रणाली का उपयोग करने के लिए नागरिकों को पहले रजिस्ट्रेशन करना होता है। इसके बाद, लॉगिन करने की प्रक्रिया का पालन करना होता है। यहाँ पर रजिस्ट्रेशन और लॉगिन की प्रक्रिया को समझाया गया है:

  1. रजिस्ट्रेशन:
    • जनसुनवाई पोर्टल पर जाएँ।
    • रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरें, जिसमें व्यक्तिगत विवरण जैसे नाम, पता, मोबाइल नंबर, और ईमेल आईडी शामिल होता है।
    • एक यूज़र आईडी और पासवर्ड सेट करें।
    • सबमिट बटन पर क्लिक करें और एक पुष्टिकरण ईमेल प्राप्त करें।
  2. लॉगिन:
    • जनसुनवाई पोर्टल पर जाएँ।
    • अपनी यूज़र आईडी और पासवर्ड के साथ लॉगिन करें।
    • लॉगिन के बाद, आप अपनी शिकायतें दर्ज कर सकते हैं, उनकी स्थिति ट्रैक कर सकते हैं, और फीडबैक प्राप्त कर सकते हैं।

जनसुनवाई पोर्टल पर लॉगिन करने की प्रक्रिया भी सरल है:

वेबसाइट पर जाएँ: पहले लाल बॉक्स में लिखे लिंक (https://jansunwai.up.nic.in/) पर जाएं।

शिकायत पंजीकरण करने का विकल्प चुनें: शिकायत पंजीकरण करने के लिए सबसे पहले पोर्टल पर जाएं और “शिकायत पंजीकरण” विकल्प को ढूंढें। जब आप इस विकल्प पर क्लिक करेंगे, तो एक नया पेज खुलेगा

लॉगिन करें: जनसुनवाई IGRS वेबसाइट पर जाने के बाद, मुख्य पृष्ठ पर “शिकायत पंजीकरण” विकल्प पर क्लिक करें। यह सुनिश्चित करें कि आपकी शिकायत सूचीबद्ध श्रेणियों में नहीं आती। इसके लिए “मैं सहमत हूँ कि मेरी जनशिकायत उपरोक्त वर्णित श्रेणियों में नहीं आती है” विकल्प पर टिक करें। इसके बाद, “सबमिट करें” बटन पर क्लिक करें। इस प्रक्रिया के बाद आप अपनी शिकायत दर्ज करने के अगले चरण पर पहुंच जाएंगे, जहां आपको आवश्यक विवरण भरने और आगे की प्रक्रिया पूरी करनी होगी।

“सबमिट करें” पर क्लिक करने के बाद यह आपको एक नए लिंक (https://jansunwai.up.nic.in/onlineComplaint)पर ले जाएगा। वहां अपना मोबाइल नंबर और कैप्चा भरें, फिर एसएमएस से प्राप्त ओटीपी दर्ज करें। इसके बाद, “सबमिट” बटन पर क्लिक करें। यह प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी होने पर आपका लॉगिन हो जाएगा, जिससे आप अपनी शिकायत दर्ज कर सकेंगे।

इसके बाद आपके सामने जनसुनवाई पंजीकरण का आवेदन फॉर्म खुल जायेगा। फॉर्म में सही जानकारी देकर आप ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं।

सभी आवश्यक व्यक्तिगत विवरण जैसे नाम, पिता का नाम, लिंग, मोबाइल नंबर, वैकल्पिक मोबाइल नंबर (यदि हो), और ईमेल पता दर्ज करें। यह जानकारी सही और सटीक रूप में भरें ताकि आपकी शिकायत पर कार्रवाई के लिए उचित जानकारी उपलब्ध हो।

फॉर्म भरते समय, आपको उस विभाग का चयन करना होगा जिसमें आप अपनी शिकायत दर्ज करना चाहते हैं। इसके बाद, आपको अपनी शिकायत के प्रकार के बारे में विवरण दर्ज करना होगा, जिसमें आप अपनी समस्या या मुद्दे की स्पष्ट रूप से जानकारी देंगे।

आपको पहले अपनी तहसील चुननी होगी, फिर विकास खंड का चयन करना होगा। इसके बाद, ग्राम पंचायत, राजस्व ग्राम, और थाना का चयन करना होगा। एक बार यह जानकारी भरने के बाद, आपको अपनी सभी संबंधित डिटेल्स दर्ज करनी होंगी। यह पूरी प्रक्रिया पूरी करने के बाद, आप फॉर्म के अगले चरण पर जा सकेंगे।

यहां, आप देखते हैं कि शिकायतें 1 और शिकायत 2 हैं; इस कॉलम को छोड़ दें क्योंकि आपने पहले कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है। , फिर थोड़ा नीचे आएं और अपलोड पर क्लिक करके लिखित आवेदन और दस्तावेज को अपलोड कर दें।

कृपया पीडीएफ/जेपीजी/जेपीईजी/पीएनजी और फाइल का मुख्य प्रारूप 500KB तक ही अपलोड करें! (केवल 500KB तक ही मान्य है)! कृपया पीडीएफ और फाइल का मास शेप 500KB तक ही अपलोड करें!

जब आप फॉर्म भरने के बाद “संदर्भ सुरक्षित करें” पर क्लिक करेंगे, तो आपको एक शिकायत नंबर मिलेगा। इस नंबर का उपयोग करके आप अपनी शिकायत का स्टेटस चेक कर सकते हैं। जब आप स्टेटस चेक करेंगे, तो आपको यह जानकारी मिलेगी कि आपका आवेदन स्वीकार किया गया है या अस्वीकार किया गया है। यह प्रक्रिया आपके लिए अपनी शिकायत की प्रगति को ट्रैक करना आसान बनाएगी।

फीडबैक प्रदान करें:
समस्या के समाधान के बाद, आप फीडबैक प्रदान कर सकते हैं। यह आपके यह सुनिश्चित करने का एक अवसर है कि आपकी समस्या वास्तव में हल हो गई है। फीडबैक के माध्यम से आप प्रशासन को यह बता सकते हैं कि आपको सेवा कैसी लगी और यदि समाधान संतोषजनक था। इससे भविष्य में सुधार की गुंजाइश भी रहती है, और प्रशासन को आपकी प्रतिक्रिया के आधार पर सेवा सुधारने में मदद मिलती है।

वेबसाइट लिंक

जनसुनवाई के लिए वेबसाइट लिंक आमतौर पर राज्य सरकार या केंद्र सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध होते हैं। नागरिकों को उचित वेबसाइट पर जाकर जनसुनवाई पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन और लॉगिन करना होता है। उदाहरण के लिए, अगर आप उत्तर प्रदेश में हैं, तो आप उत्तर प्रदेश सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर जनसुनवाई पोर्टल का लिंक प्राप्त कर सकते हैं।

सही तरीके से जनसुनवाई का उपयोग करने के कदम

  1. वेबसाइट पर जाएँ: सबसे पहले, जनसुनवाई की वेबसाइट पर जाएँ।
  2. रजिस्ट्रेशन करें: रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरें और अपनी जानकारी सबमिट करें।
  3. लॉगिन करें: अपने यूज़र आईडी और मोबाइल नंबर के साथ लॉगिन करें।
  4. शिकायत दर्ज करें: अपनी शिकायत या सुझाव को उचित फॉर्म में दर्ज करें।
  5. फीडबैक प्राप्त करें: समस्या के समाधान के बाद, फीडबैक प्राप्त करें और सुनिश्चित करें कि आपकी समस्या हल हो गई है।
  6. प्रस्तावना की स्थिति ट्रैक करें: अपनी शिकायत की स्थिति को ट्रैक करें और विभाग द्वारा की गई कार्रवाई की जानकारी प्राप्त करें।

सबसे पहले, आपको जनसुनवाई समाधान की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। वहां पहुंचने के बाद, होमपेज पर आपको विभिन्न सेवाओं के विकल्प दिखाई देंगे। इस लिंक https://jansunwai.up.nic.in का उपयोग करके आप सीधे पोर्टल पर पहुंच सकते हैं। यह पोर्टल उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित है और शिकायतों के समाधान के लिए डिज़ाइन किया गया है।

पोर्टल पर शिकायत की स्थिति जानने के लिए, पहले मुख्य पृष्ठ पर या मेनू में “शिकायत की स्थिति” (Complaint Status) विकल्प पर क्लिक करें। आपको एक नया पेज ” दिखाई देगा, जहाँ आपको अपनी शिकायत संख्या, मोबाइल नंबर, या अन्य आवश्यक जानकारी दर्ज करनी होगी।

ये आपको “Track Grievance” वेबसाइट पर ले जाएगा। अब यहां पर आप अपनी “शिकायत संख्या” डालें, फिर “मोबाइल नंबर या ई-मेल आईडी” में से एक चीज़ भरें और कैप्चा अंकित करें। सभी जानकारी सही-सही भरने के बाद, “सबमिट” बटन पर क्लिक करें।

ऑनलाइन शिकायत नहीं कर सकते?

अगर आप ऑनलाइन शिकायत दर्ज नहीं कर पा रहे हैं, तो आप अपनी शिकायत सीधे स्थानीय सरकारी कार्यालयों में जाकर दर्ज कर सकते हैं। वहां के अधिकारी आपकी शिकायत को सुनेंगे और उचित कार्रवाई करेंगे। इसके अलावा, आप टोल-फ्री नंबरों या संबंधित विभागों के हेल्पडेस्क का भी उपयोग कर सकते हैं, जो आपको सही प्रक्रिया समझाने और आपकी सहायता करने के लिए उपलब्ध होते हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए, कि आपकी शिकायत सही ढंग से दर्ज हो, आवश्यक दस्तावेज़ साथ ले जाना न भूलें।

15 सामान्य प्रश्न (FAQs)

  1. जनसुनवाई क्या है?
    • जनसुनवाई एक सरकारी प्रक्रिया है जिसमें नागरिक अपनी शिकायतें, समस्याएँ या सुझाव सीधे सरकार के सामने प्रस्तुत कर सकते हैं।
  2. जनसुनवाई का उद्देश्य क्या है?
    • इसका उद्देश्य नागरिकों को सीधे सरकार से संवाद स्थापित करने का अवसर प्रदान करना है ताकि उनकी समस्याओं का समाधान हो सके।
  3. मैं जनसुनवाई में कैसे रजिस्टर कर सकता हूँ?
    • जनसुनवाई पोर्टल पर जाकर, जनसुनवाई पोर्टल पर कोई भी व्यक्ति अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है।
  4. लॉगिन के लिए क्या आवश्यक है?
    • रजिस्ट्रेशन के बाद, आपको एक यूज़र आईडी और पासवर्ड मिलेगा, जिसका उपयोग करके आप लॉगिन कर सकते हैं।
  5. मैं अपनी शिकायत कैसे दर्ज कर सकता हूँ?
    • उत्तर प्रदेश के जनसुनवाई पोर्टल पर एक नंबर से 10 शिकायतें दर्ज की जा सकती हैं।
  6. शिकायत दर्ज करने के बाद मुझे क्या करना होगा?
    • आप अपनी शिकायत की स्थिति को ट्रैक कर सकते हैं और प्राप्त फीडबैक के अनुसार आवश्यक कदम उठा सकते हैं।
  7. शिकायत की स्थिति कैसे ट्रैक करें?
    • लॉगिन के बाद, ‘ट्रैक शिकायत’ या इसी प्रकार के विकल्प पर क्लिक करके आप अपनी शिकायत की स्थिति देख सकते हैं।
  8. अगर मेरी शिकायत का समाधान नहीं हुआ, तो क्या करें?
    • आप फिर से शिकायत दर्ज कर सकते हैं या संबंधित अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं।
  9. जनसुनवाई पोर्टल पर रजिस्टर करने के लिए कोई शुल्क होता है?
    • सामान्यत: जनसुनवाई पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन और शिकायत दर्ज करने के लिए कोई शुल्क नहीं होता है।
  10. मैं जनसुनवाई पोर्टल पर कितनी शिकायतें दर्ज कर सकता हूँ?
    • एक समय में आप एक से अधिक शिकायतें दर्ज कर सकते हैं।
  11. अगर मैं ऑनलाइन शिकायत दर्ज नहीं कर सकता, तो क्या करें?
    • आप स्थानीय सरकारी कार्यालयों में जाकर भी अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
  12. जनसुनवाई का फीडबैक कैसे प्राप्त करें?
    • समस्या के समाधान के बाद, आपको फीडबैक प्राप्त होगा, जिसे आप पोर्टल पर लॉगिन करके देख सकते हैं।
  13. क्या जनसुनवाई में गोपनीयता सुनिश्चित की जाती है?
    • हाँ, जनसुनवाई प्रक्रिया में नागरिकों की गोपनीयता का सम्मान किया जाता है।
  14. मैं जनसुनवाई में कौन-कौन सी समस्याएँ दर्ज कर सकता हूँ?
    • आप किसी भी प्रकार की शिकायत या सुझाव जैसे प्रशासनिक समस्याएँ, सेवा से संबंधित मुद्दे आदि दर्ज कर सकते हैं।
  15. क्या जनसुनवाई प्रणाली हर राज्य में उपलब्ध है?
    • हाँ, अधिकांश राज्यों में जनसुनवाई प्रणाली उपलब्ध है, लेकिन इसे स्थानीय और राज्य-विशेष पोर्टल पर देखने की आवश्यकता होती है।

निष्कर्ष

जनसुनवाई एक प्रभावी प्रणाली है जो नागरिकों को उनकी समस्याएँ और सुझाव सीधे सरकार तक पहुँचाने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करती है। यह प्रक्रिया पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देती है, जिससे सरकारी कार्यों में सुधार होता है और नागरिकों को उनके मुद्दों का समाधान मिलता है। जनसुनवाई का सही उपयोग करने से न केवल व्यक्तिगत समस्याओं का समाधान होता है बल्कि यह सार्वजनिक सेवाओं की गुणवत्ता में भी सुधार करता है। जनसुनवाई प्रणाली की सुविधाओं का लाभ उठाकर, आप अपनी समस्या का समाधान जल्द से जल्द पा सकते हैं।

जनसुनवाई स्टेटस एक महत्वपूर्ण ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है, जो नागरिकों को अपनी शिकायतें दर्ज करने और उनके समाधान की प्रक्रिया को ट्रैक करने की सुविधा देता है। इसके बारे में और जानने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें। यह नागरिकों और सरकारी विभागों के बीच एक पुल का काम करती है, जिससे सभी पक्षों के लिए बेहतर अनुभव सुनिश्चित होता है। अधिक जानकारी के लिए, कृपया जनसुनवाई की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ।

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