उत्तर प्रदेश सरकार

जनसुनवाई IGRS: एक विस्तृत मार्गदर्शिका

जनसुनवाई परिचय:

IGRS यानी जनसुनवाई Integrated Grievance Redressal System एक प्रमुख सरकारी पहल है जिसका उद्देश्य यह है कि इसके द्वारा सीधे नागरिकों की समस्याएं और शिकायतें दर्ज़ की जाएँ और समय पर समाधान किया जावें। जनसुनवाई IGRS एक केंद्रीकृत मंच उपलब्ध कराती है जो किसी भी सरकारी विभाग और उसके द्वारा संचालित सेवाएं जोड़ने की प्रक्रिया को सरल बनाती है जिनमें सरकारी विभाग या उसके द्वारा संचालित सेवाओं से संबंधित समस्याएं और शिकायतें जिका ऑनलाइन करने, समाधान करने और ट्रैक करने का कार्य किया जा सकता है।

IGRS का महत्व इस बात में भी होता है की यह वास्तव में सरकारी सेवाओं की पारदर्शिता और सिविल सेवा बांय को मजबूती देने और नागरिकों के अधिकारों की रक्षा में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

जनसुनवाई IGRS:

जनसुनवाई IGRS का मुख्य उद्देश्य सरकारी सेवाओं के प्रति नागरिकों की शिकायतों का समाधान करना है। यह प्रणाली नागरिकों को उनकी शिकायतें दर्ज करने, ट्रैक करने और समाधान प्राप्त करने में सुविधा प्रदान करती है। यह प्लेटफॉर्म सरकार के प्रति पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देने में सहायक है।

जनसुनवाई पंजीकरण:

जनसुनवाई IGRS पर शिकायत दर्ज करने के लिए, सबसे पहले आपको वेबसाइट पर पंजीकरण करना होगा। यहाँ पर पंजीकरण की प्रक्रिया दी गई है:

जनसुनवाई पंजीकरण वेबसाइट पर जाएँ:  अपने वेब ब्राउज़र में जनसुनवाई IGRS की आधिकारिक वेबसाइट खोलें।

जन्सुनवाई पंजीकरण वेबसाइट

पंजीकरण विकल्प चुनें: होमपेज पर ‘पंजीकरण’ या ‘रजिस्टर’ बटन पर क्लिक करें।

-लॉगिन के लिए अपना मोबाइल नंबर, कैप्चा भरें

जन्सुनवाई लॉगिन

फिर “ओटीपी भेजें” बटन पर क्लिक करें आपको एक ओटीपी प्राप्त होगा।

जन्सुनवाई लॉगिन

फिर अपना ओटीपी भरें और सबमिट बटन पर क्लिक करें। आपका लॉगिन पूरा हो गया है |

जन्सुनवाई लॉगिन

फिर नया पेज प्रदर्शित होगा, वहां आपको आवश्यक दस्तावेजों के साथ शिकायत का पूरा विवरण दर्ज करना होगा।

 शिकायत पंजीकरण form

नाम, पिता का नाम,लिंग, मोबाइल नंबर, वैकल्पिक मोबाइल नंबर,ईमेल और जैसे सभी व्यक्तिगत विवरणों के साथ ऑनलाइन शिकायत फॉर्म भरेंगे

 शिकायत पंजीकरण form

हमें उस विभाग का विवरण दर्ज करना होगा जिसमें हम शिकायत करना चाहते हैं। आपको वहां चयन करना होगा और अपनी शिकायत के प्रकार के बारे में कुछ विवरण लिखना होगा

 शिकायत पंजीकरण form

फिर तहसील चूज करना होगा, फिर विकासखंड आपको चूज करना होगा, ग्राम पंचायत आपको चूज करना होगा, राजस्व ग्राम आपको चूज करना होगा, फिर आपको अपना थाना उसे करना होगा, उसके बाद आप लोगों को जितना भी आपकी डिटेल है, यह सब भरने के बाद आप नीचे थोड़ा सा जाएंगे,

 शिकायत पंजीकरण form

यहां, आप देखते हैं कि शिकायतें 1 और शिकायत 2 हैं; इस कॉलम को छोड़ दें क्योंकि आपने पहले कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है। , फिर थोड़ा नीचे आएं और अपलोड पर क्लिक करके लिखित आवेदन और दस्तावेज को अपलोड कर दें।

कृपया पीडीएफ/जेपीजी/जेपीईजी/पीएनजी और फाइल का मुख्य प्रारूप 500KB तक ही अपलोड करें! (केवल 500KB तक ही मान्य है)! कृपया पीडीएफ और फाइल का मास शेप 500KB तक ही अपलोड करें!

आप संदर्भ सुरक्षित करें, जैसे ही आप क्लिक करेंगे आपको एक शिकायत नंबर मिलेगा, वह नंबर से आप अपना स्टेटस चेक कर सकते हैं, तो जब आप स्टेटस चेक करेंगे, तो वहां आपको पता चल जाएगा होगा, कि आपका यह जो आवेदन स्वीकृत हुआ या अस्वीकृत हो गया,

 शिकायत पंजीकरण form

जनसुनवाई IGRS लॉगिन करें:

लॉग इन करें – जनसुनवाई IGRS की वेबसाइट पर जाएँ, मुख्य पृष्ठ पर, “शिकायत पंजीकरण” विकल्प पर क्लिक करें। एक बार जब आप सुनिश्चित हो जाएं कि आपकी जनशिकायत उपरोक्त वर्णित श्रेणियों में नहीं आती, तो “मैं सहमत हूँ कि मेरी जनशिकायत उपरोक्त वर्णित श्रेणियों में नहीं आती है” पर क्लिक करें और फिर “सबमिट करें” पर क्लिक करें।

मोबाइल नंबर, कैप्चा भरें:  अपने पंजीकरण के लिए अपना मोबाइल नंबर दर्ज करें और दिए गए कैप्चा को सही-सही भरें। इसके बाद “ओoटीoपीo भेजें” पर क्लिक करें।

ओटीपी भरें: आपके मोबाइल पर भेजा गया ओटीपी दर्ज करें और “सबमिट” बटन पर क्लिक करें। इस प्रक्रिया के बाद, आपका लॉगिन सफलतापूर्वक पूरा हो जाएगा, और आप आगे की कार्रवाई कर सकेंगे।

जनसुनवाई IGRS प्रमुख विशेषताएँ:

ऑनलाइन शिकायत पंजीकरण: 

जनसुनवाई IGRS के तहत नागरिकों को यह सुविधा दी जाती है कि वे आसानी से अपनी शिकायतें ऑनलाइन दर्ज कर सकते हैं। यह प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटल है, जिससे नागरिकों को सरकारी कार्यालयों में जाने की आवश्यकता नहीं होती। इसके माध्यम से लोग अपनी समस्याओं को सीधा संबंधित विभाग तक पहुँचा सकते हैं और उनके समाधान के लिए उचित कार्रवाई की जा सकती है।

प्रस्तावित समाधान ट्रैकिंग: 

इस सुविधा के अंतर्गत, शिकायतकर्ता अपनी शिकायत की स्थिति को वास्तविक समय में ट्रैक कर सकते हैं। यह सुविधा पारदर्शिता और समयबद्ध समाधान सुनिश्चित करती है, जिससे नागरिकों को उनकी शिकायतों का समाधान होने की प्रक्रिया का सटीक पता चलता है।

प्रतिक्रिया और समाधान: 

इस पोर्टल के माध्यम से उपयोगकर्ता अपनी शिकायतों पर विभाग से प्रतिक्रिया प्राप्त करते हैं। शिकायत दर्ज करने के बाद, संबंधित विभाग निर्धारित समय में समस्या का समाधान करता है। जब तक शिकायत का समाधान नहीं हो जाता, तब तक उपयोगकर्ता स्थिति की जांच ऑनलाइन कर सकते हैं। यह पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देता है, जिससे समस्याओं का त्वरित निवारण सुनिश्चित होता है।

दस्तावेज़ अपलोडिंग: 

जनसुनवाई IGRS, उपयोगकर्ताओं को शिकायत के साथ संबंधित दस्तावेज़ अपलोड करने की सुविधा देता है। इस पोर्टल के माध्यम से नागरिक अपनी शिकायत दर्ज करने के साथ-साथ आवश्यक दस्तावेज़ ऑनलाइन जमा कर सकते हैं, जिससे शिकायत के समाधान की प्रक्रिया और भी प्रभावी और आसान हो जाती है।

अनुकूलित रिपोर्टिंग: 

यह पोर्टल उपयोगकर्ताओं को उनकी शिकायतों और उनके निवारण की रिपोर्ट प्रदान करता है। आप अपनी शिकायत दर्ज कर संबंधित विभाग द्वारा उसके समाधान की स्थिति वास्तविक समय में देख सकते हैं, जिससे समय पर प्रतिक्रिया मिलती है और पारदर्शिता सुनिश्चित होती है।

जनसुनवाई IGRS कैसे काम करता है:

1. शिकायत दर्ज करें: उपयोगकर्ता अपनी समस्याओं को वेबसाइट पर उपलब्ध ऑनलाइन फॉर्म के माध्यम से दर्ज करता है। फॉर्म में आवश्यक जानकारी और विवरण भरकर शिकायत प्रस्तुत की जाती है।

2. स्वीकृति और पंजीकरण: शिकायत को संबंधित विभाग द्वारा स्वीकार किया जाता है। इसे एक अद्वितीय पंजीकरण नंबर प्रदान किया जाता है, जिससे उपयोगकर्ता अपने मामले को ट्रैक कर सकते हैं।

3. समीक्षा और समाधान: संबंधित विभाग शिकायत की समीक्षा करता है। जांच के बाद, उचित समाधान प्रदान किया जाता है। इस प्रक्रिया में किसी भी आवश्यक कार्रवाई को ध्यान में रखा जाता है।

4. रिपोर्ट और फीडबैक: उपयोगकर्ता को समाधान की रिपोर्ट मिलती है। यदि आवश्यक हो, तो उपयोगकर्ता अपनी प्रतिक्रिया भी दे सकता है, जिससे सेवा में सुधार संभव हो सके।

किस तरह की शिकायत उत्तर प्रदेश जनसुनवाई पोर्टल पर की जा सकती है?

उत्तर प्रदेश के नागरिक जनसुनवाई पोर्टल का उपयोग कर इन प्रकार की शिकायतें दर्ज कर सकते हैं।

  1. शासकीय योजनाओं के बारे में: यदि नागरिकों को किसी सरकारी योजना में कोई समस्या, इन योजनाओं का लाभ प्राप्त करने में कठिनाई या और कोई जानकारी की आवश्यकता होती है, तो वे इस पोर्टल के माध्यम से अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
  2. जनसाधारण की समस्या से जुड़ी शिकायत: आम जनता से जुड़ी समस्याएँ, जैसे स्थानीय सेवाओं की कमी, आधारभूत सुविधाओं का अभाव, जैसी चीज़ों के लिए भी शिकायतें दर्ज की जा सकती हैं।
  3. जनता की मांग से जुड़ी शिकायत: यदि जनता की ओर से किसी विशेष मांग या आवश्यकता या उनकी मांगें पूरी न होने के संदर्भ में शिकायत है, तो भी यह पोर्टल सहायता प्रदान करता है।

इस प्रकार, यह पोर्टल नागरिकों की समस्याओं के समाधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

किस तरह की शिकायत उत्तर प्रदेश जनसुनवाई पोर्टल पर स्वीकार नहीं की जाती?

उत्तर प्रदेश जनसुनवाई पोर्टल पर कुछ विशिष्ट प्रकार की शिकायतें स्वीकार नहीं की जाती हैं। इनमें शामिल हैं:

  1. सूचना का अधिकार से संबंधित मामले: यदि आपकी शिकायत सूचना के अधिकार (Right To Information) से संबंधित है, तो इसे इस पोर्टल पर दर्ज नहीं किया जा सकता।
  2. न्यायालय में विचाराधीन प्रकरण: जिन मामलों की प्रक्रिया न्यायालय में चल रही है, वे भी इस पोर्टल में स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
  3. सुझाव: सामान्य सुझावों के लिए यह पोर्टल उपलब्ध नहीं है।
  4. आर्थिक सहायता या नौकरी की मांग: किसी आर्थिक सहायता या नौकरी से संबंधित चीजों का भी आवेदन नहीं किया जा सकता।
  5. सरकारी सेवकों के सेवा संबंधी प्रकरण: सरकारी कर्मचारियों की सेवा संबंधी समस्याएं, जैसे स्थानांतरण, तभी दर्ज की जा सकती हैं जब वे विभाग में उपलब्ध विकल्पों का उपयोग कर चुके हों।

15 सामान्य प्रश्न (FAQs):

जनसुनवाई IGRS क्या है?

यह एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जो नागरिकों को उनकी शिकायतें और समस्याएँ सरकारी विभागों से सम्बंधित दर्ज करने और उनका समाधान प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करता है।

क्या मैं जनसुनवाई IGRS पर शिकायत दर्ज कर सकता हूँ?

हाँ, आप आसानी से जनसुनवाई IGRS पर अपनी शिकायत ऑनलाइन दर्ज कर सकते हैं।

पंजीकरण के लिए कौन-कौन से दस्तावेज़ आवश्यक हैं?

आमतौर पर, पंजीकरण के लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड, और अन्य व्यक्तिगत जानकारी की आवश्यकता होती है।

शिकायत दर्ज करने के बाद क्या करना होगा?

शिकायत दर्ज करने के बाद, आपको एक पंजीकरण नंबर मिलेगा जिससे आप अपनी शिकायत की स्थिति ट्रैक कर सकते हैं।इस प्रक्रिया से आपको यह जानने में मदद मिलती है कि आपकी शिकायत पर किस तरह से काम किया जा रहा है।

क्या शिकायत का समाधान समय पर होता है?

शिकायतों का समाधान समय पर किया जाता है, लेकिन समय सीमा विभाग और शिकायत की जटिलता पर निर्भर करती है।

क्या मैं अपनी शिकायत की स्थिति ट्रैक कर सकता हूँ?

शिकायत की वर्तमान स्थिति की ऑनलाइन ट्रैकिंग के लिए https://jansunwai.up.nic.in/ComplaintTracker पर जाएं। फिर अपनी शिकायत संख्या, मोबाइल नंबर और कैप्चा विवरण दर्ज करें, फिर सबमिट बटन पर क्लिक करें; वहां आपको अपनी शिकायत की वर्तमान स्थिति दिखाई देगी

यदि मैं अपनी शिकायत से संतुष्ट नहीं हूँ, तो क्या करें?

यदि आप अपने समाधान से संतुष्ट नहीं हैं तो आप अपनी शिकायत का फीडबैक दे सकते हैं, शिकायत पर गुणवत्ता स्तर की स्टार रेटिंग में आवेदक द्वारा एक या दो स्टार दिए जाने पर ही सन्दर्भ पर उच्चाधिकारी स्तर से पुनर्विचार किया जायेगा

क्या शिकायत दर्ज करने के लिए कोई शुल्क होता है?

नहीं, शिकायत दर्ज करने के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाता है।

क्या मैं विभिन्न विभागों से संबंधित शिकायतें दर्ज कर सकता हूँ?

हाँ, आप विभिन्न सरकारी विभागों से संबंधित शिकायतें एक ही मंच पर दर्ज कर सकते हैं।

अगर मेरी शिकायत पर कार्रवाई नहीं हो रही है, तो क्या करूँ?

आप शिकायत की स्थिति की समीक्षा कर सकते हैं और यदि आवश्यक हो तो संबंधित विभाग से संपर्क कर सकते हैं।

क्या मैं मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से भी शिकायत दर्ज कर सकता हूँ?

हाँ, कई राज्य सरकारें मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से भी शिकायत दर्ज करने की सुविधा प्रदान करती हैं।

शिकायत दर्ज करने के लिए क्या मैं एक निश्चित समय सीमा का पालन करना होगा?

शिकायत दर्ज करने के लिए आमतौर पर कोई समय सीमा नहीं होती है, लेकिन त्वरित समाधान के लिए समय पर शिकायत दर्ज करना बेहतर होता है।

क्या शिकायत के साथ दस्तावेज़ भी अपलोड कर सकते हैं?

हाँ, आप अपनी शिकायत के साथ संबंधित दस्तावेज़ अपलोड कर सकते हैं।

क्या शिकायत की गोपनीयता सुनिश्चित की जाती है?

हाँ, आपकी शिकायत की गोपनीयता पूरी तरह से सुरक्षित रहती है और केवल संबंधित विभागों के साथ साझा की जाती है।

क्या मैं अपनी शिकायत की रिपोर्ट प्राप्त कर सकता हूँ?

हाँ, आप अपनी शिकायत की रिपोर्ट और समाधान प्राप्त कर सकते हैं

निष्कर्ष:

जनसुनवाई IGRS एक प्रभावी और उपयोगी प्लेटफॉर्म है जो नागरिकों को उनकी समस्याओं और शिकायतों का समाधान आसानी से प्राप्त करने में मदद करता है। इसके माध्यम से, नागरिक बिना किसी जटिलता के अपनी शिकायतें दर्ज कर सकते हैं, उनकी स्थिति ट्रैक कर सकते हैं और समाधान प्राप्त कर सकते हैं। यह प्रणाली सरकारी सेवाओं की पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देती है, जिससे नागरिकों का विश्वास मजबूत होता है।

जनसुनवाई IGRS का उपयोग करके, आप अपने अधिकारों की रक्षा कर सकते हैं और सरकारी सेवाओं में सुधार की दिशा में योगदान कर सकते हैं। इस प्रणाली का सही उपयोग करके, नागरिक न केवल अपनी समस्याओं का समाधान पा सकते हैं, बल्कि वे सरकार को अपनी चिंताओं के प्रति जागरूक भी कर सकते हैं। जनसुनवाई IGRS नागरिकों और सरकारी विभागों के बीच एक पुल का काम करती है, जिससे सभी पक्षों के लिए बेहतर अनुभव सुनिश्चित होता है। अधिक जानकारी के लिए, कृपया जनसुनवाई IGRS की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ।